[कैप्शन आईडी = "अनुलग्नक_1878" संरेखित करें = "संरेखित करें" चौड़ाई = "300"] गुजरात के धर्मज गाँव में रु. से अधिक है। एनआरआई जमा में 1000 करोड़[/कैप्शन] जबकि दुनिया भारत को गरीबों और भूखों का देश मानती है, वहीं एक और पक्ष भी है जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं, या कहें तो नजरअंदाज करते रहते हैं। यह इसकी बढ़ती अर्थव्यवस्था है जो आर्थिक मंदी के दौरान भी अप्रभावित रही। गुजरात राज्य का एक गाँव धर्मज, अच्छे कारणों से चर्चा में है। इस क्षेत्र में स्थित 1000 प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों के बैंक खातों में एनआरआई के पास 13 करोड़ से अधिक जमा हैं। गुजरात के आनंद जिले के इस गांव की आबादी 11,333 है, जिसमें से 1700 परिवार ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका और अन्य देशों में बस गए हैं। प्रत्येक परिवार से एक सदस्य विदेश में बसा हुआ है और नियमित रूप से पैसे भेजता है। इस गांव के लोग वर्षों से इन राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा कर रहे हैं और अब उनकी संपत्ति बढ़कर रु. 1000 करोड़. धर्मज भारत के सबसे अमीर और साक्षर गांवों में से एक बन गया है। पिछले वर्ष में भारत को भारतीय प्रवासियों से कुल 69 बिलियन डॉलर की धनराशि प्राप्त हुई थी। विश्व बैंक का अनुमान है कि इस वर्ष भारत में $70 बिलियन का प्रेषण आएगा।
स्रोत: पीटीआई. हिन्दू