भारत के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं। यह 27 से 29 सितंबर तक तीन दिवसीय यात्रा है। यह बहुप्रतीक्षित और बहुप्रतीक्षित यात्रा दो देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा करेगी। उम्मीद है कि पीएम मोदी करीब 26 बैठकों में हिस्सा लेंगे और संयुक्त राष्ट्र को भी संबोधित करेंगे। वीज़ा नियम, आप्रवासन, अमेरिकी बाज़ार तक भारतीय फार्मा की पहुंच, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार - और भी बहुत कुछ से संबंधित मुद्दे। पीएम मोदी की यात्रा और व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात में कई विषयों पर चर्चा होगी। भारत पहले ही अमेरिकी समकक्षों को बता चुका है कि वीजा प्रतिबंध और आव्रजन विधेयक भारतीय आईटी कंपनियों के लिए भेदभावपूर्ण और असमान भूमिका निभाते हैं। और इसलिए इसमें संशोधन के लिए कदम उठाना होगा। उक्त यात्रा दोनों देशों की आईटी कंपनियों, पेशेवरों और लोगों के लिए आशा की किरण लेकर आई है। हम आशा करते हैं कि दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के पारस्परिक लाभ के लिए बाकी सभी चीजों के अलावा वीजा और आव्रजन संबंधी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा। स्रोत: नवभारत टाइम्स