पर प्रविष्ट किया जुलाई 29 2019
पिछले कुछ हफ्तों में भारत और ईरान के बीच संबंधों को बढ़ावा मिला है। तेहरान ने भारतीय पासपोर्ट धारकों को 1 साल के बहु-प्रवेश वीजा की पेशकश की है। यह इस तथ्य के बावजूद है कि भारत ने उससे तेल आयात करना बंद कर दिया है। हाल के अमेरिकी प्रतिबंधों के आलोक में भारत ने चाबहार बंदरगाह के विस्तार के लिए बजट भी कम कर दिया है।
बहु-प्रवेश वीजा का उद्देश्य लोगों से लोगों के बीच संपर्क के साथ-साथ द्विपक्षीय व्यापार में सुधार करना है।
ईरान ने भारतीयों के लिए आगमन पर वीजा की सुविधा भी 30 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दी है।
दोनों देशों के बीच पारस्परिक कानूनी सहायता संधि पर भी बातचीत हो रही है। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, संधि का उद्देश्य कानूनी मामलों में दोनों देशों के नागरिकों के लिए मजबूत सहयोग करना है।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भारतीय संसद को बताया कि ईरान के साथ एक समझौते पर बातचीत चल रही है। 14 को पारस्परिक कानूनी सहायता पर प्रस्तावित समझौते पर चर्चा की गईth भारत-ईरान जेसीसीएम (संयुक्त कांसुलर समिति की बैठक) द्वारा नई दिल्ली में मई। यह समझौता वाणिज्यिक और नागरिक मामलों से संबंधित है। समझौते पर शीघ्र निष्कर्ष निकालने के लिए चर्चा की गई।
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