प्रसून सोनवलकर लंदन, 31 मार्च (भाषा) ब्रिटेन ने आज भारतीय और गैर-यूरोपीय संघ देशों के अन्य छात्रों के लिए धोखाधड़ी को रोकने और अधिक कठोर आव्रजन जांच प्रदान करने के लिए एक नई वीजा व्यवस्था पेश की। गृह सचिव जैकी स्मिथ ने कहा कि अंक आधारित प्रणाली के टियर 4 के हिस्से के रूप में नई व्यवस्था आवेदकों के लिए वीजा प्रक्रिया को सरल, अधिक उद्देश्यपूर्ण और अधिक पारदर्शी बनाएगी और आव्रजन प्रणाली के दुरुपयोग को रोकेगी।
आज से, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को भर्ती करने वाले सभी ब्रिटिश शिक्षा प्रदाताओं (स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय) को यूके बॉर्डर एजेंसी के साथ पंजीकृत होना आवश्यक है। 2,100 से अधिक विश्वविद्यालयों, स्वतंत्र स्कूलों और कॉलेजों ने लाइसेंस प्राप्त प्रायोजक बनने के लिए आवेदन किया है। संस्थान यह सुनिश्चित करने के लिए ज़िम्मेदार हैं कि ब्रिटेन में रहने के दौरान अंतर्राष्ट्रीय छात्र अपने वीज़ा की शर्तों का अनुपालन करें। इससे पहले कि कोई छात्र वीज़ा आवेदन करे, उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके पास लाइसेंस प्राप्त शिक्षा प्रदाता से अध्ययन स्थान की बिना शर्त पेशकश है। छात्र को यह भी दिखाना होगा कि उसके पास अपनी पढ़ाई के दौरान पाठ्यक्रम की फीस और रहने की लागत को कवर करने के लिए पर्याप्त धन है। छात्र को किसी विशेष संस्थान में अध्ययन के लिए और यदि डिग्री स्तर या उससे ऊपर है तो उसके पाठ्यक्रम की पूरी अवधि के लिए वीजा जारी किया जाएगा। पीटीआई