पर्यटन और व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के इच्छुक दक्षिण अफ्रीका ने बुधवार को भारत से पारस्परिक आधार पर दस वर्षों के लिए एकाधिक प्रविष्टियों के साथ व्यापार वीजा देने पर विचार करने को कहा।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक के दौरान यह प्रस्ताव रखते हुए उनके दक्षिण अफ्रीकी समकक्ष मालुसी नकानेजी गिगाबा ने कहा कि उनका देश ई-पर्यटक वीजा और वीजा सुविधा समझौते तक पहुंचने में रुचि रखता है क्योंकि इससे व्यापार और पर्यटन संबंध मजबूत होंगे। उन्होंने सिंह से कहा, ''मैं पारस्परिकता के आधार पर 10 साल की अवधि के लिए मल्टीपल एंट्री वाले बिजनेस वीजा की सिफारिश करूंगा।'' गीगाबा ने सिंह को बताया कि दक्षिण अफ्रीका ने गलत दस्तावेजों से प्राप्त होने वाले वीजा पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए हैं और घरेलू सुरक्षा माहौल में सुधार के लिए भी काम कर रहा है। सिंह ने अपनी ओर से कहा कि दोनों देशों के आपसी हितों को देखते हुए व्यापार और पर्यटन में सुधार की काफी संभावनाएं हैं, साथ ही उन्होंने किसी भी सार्थक सहकारी प्रयास में आव्रजन और वीजा के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ''दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं और वाणिज्यिक एवं आर्थिक संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है।'' सिंह ने दक्षिण अफ्रीकी मंत्री से कहा कि भारत दोनों देशों के बीच सार्थक सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है ताकि चुनौतियों से निपटा जा सके। पर्याप्त रूप से संबोधित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "भारत एक समग्र दृष्टिकोण अपनाता है जो आतंकवाद के प्रति 'शून्य सहिष्णुता' सुनिश्चित करता है और यह आतंकवाद और उग्रवाद का मुकाबला करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि आतंकवादी कृत्यों के अपराधियों, उनके मास्टरमाइंडों और साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाए।" यह स्वीकार करते हुए कि दक्षिण अफ्रीका "ऐतिहासिक, राजनीतिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक रूप से" भारत का "महत्वपूर्ण" भागीदार है, सिंह का मानना था कि दोनों देश अपने समुदायों की सुरक्षा और समृद्धि और वैश्विक शांति के लिए एक मजबूत और अधिक प्रभावी साझेदारी बना सकते हैं। http://www.deccanherald.com/content/488262/sa-proposes-10-year-business.html